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अवैध तरीके से कंपनी में बनाया जा रहा था डिसइन्फेक्टेंट, 18 लाख रुपए की कीमत के 334 डिब्बे पकड़े गुड़गांव के ड्रग कंट्रोल ऑफिसर व नूंह के होम्योपैथिक मेडिकल ऑफिसर, जिला आयुर्वेदिक ऑफिसर गुड़गांव की टीम ने दो ऐसी कंपनियों में छापेमारी कर अवैध रूप से बनाए जा रहे डिसइन्फेक्टेंट स्प्रे को भारी मात्रा में बरामद किया है। जिसकी कीमत 18 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है। इस संबंध में अधिकारियों ने इस संबंध में पुलिस को शिकायत देकर मुकदमा दर्ज कराया है। हालांकि इस मामले में किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। अधिकारियों के अनुसार यह कंपनी आयुष विभाग के लाइसेंस पर चल रही थी, जबकि इसके लिए ड्रग कंट्रोल विभाग के लाइसेंस की जरूरत होती है। ऐसे में आरोपियों ने ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 के सेक्शन 3(ए) व सेक्शन 3(एच) का उल्लंघन किया है। ड्रग कंट्रोल ऑफिसर गुड़गांव अमनदीप चौहान ने बताया कि कंपनी से डिसइन्फेक्टेंट स्प्रे की 334 डिब्बे बरामद किए हैं, जिनकी कीमत 18 लाख रुपए बताई गई है। एमएस स्टेनवेक नामक कंपनी एचएसआईआईडीसी के फेस-4 में स्थित है। जिसमें बॉडीगार्ड डिस्इनफेक्टेंट स्प्रे बनाया जा रहा था। जिसकी एक डिब्बे की कीमत 349 रुपए बताई गई है। कंपनी ने आयुष विभाग से आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने का लाइसेंस लिया हुआ था। लेकिन उसमें डिस्इनफेक्टेंट बनाया जा रहा था, जो फर्श आदि पर स्प्रे के काम आता है। ऐसे में यह कंपनी का प्रोडेक्ट पूरी तरह से अवैध पाया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

गुड़गांव के ड्रग कंट्रोल ऑफिसर व नूंह के होम्योपैथिक मेडिकल ऑफिसर, जिला आयुर्वेदिक ऑफिसर गुड़गांव की टीम ने दो ऐसी कंपनियों में छापेमारी कर अवैध रूप से बनाए जा रहे डिसइन्फेक्टेंट स्प्रे को भारी मात्रा में बरामद किया है। जिसकी कीमत 18 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है।

इस संबंध में अधिकारियों ने इस संबंध में पुलिस को शिकायत देकर मुकदमा दर्ज कराया है। हालांकि इस मामले में किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। अधिकारियों के अनुसार यह कंपनी आयुष विभाग के लाइसेंस पर चल रही थी, जबकि इसके लिए ड्रग कंट्रोल विभाग के लाइसेंस की जरूरत होती है।

ऐसे में आरोपियों ने ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 के सेक्शन 3(ए) व सेक्शन 3(एच) का उल्लंघन किया है। ड्रग कंट्रोल ऑफिसर गुड़गांव अमनदीप चौहान ने बताया कि कंपनी से डिसइन्फेक्टेंट स्प्रे की 334 डिब्बे बरामद किए हैं, जिनकी कीमत 18 लाख रुपए बताई गई है।

एमएस स्टेनवेक नामक कंपनी एचएसआईआईडीसी के फेस-4 में स्थित है। जिसमें बॉडीगार्ड डिस्इनफेक्टेंट स्प्रे बनाया जा रहा था। जिसकी एक डिब्बे की कीमत 349 रुपए बताई गई है। कंपनी ने आयुष विभाग से आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने का लाइसेंस लिया हुआ था। लेकिन उसमें डिस्इनफेक्टेंट बनाया जा रहा था, जो फर्श आदि पर स्प्रे के काम आता है। ऐसे में यह कंपनी का प्रोडेक्ट पूरी तरह से अवैध पाया गया।



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