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सीएम आवास पर दिल्ली के तीनों महापौर का धरना, देर रात खत्म दिल्ली नगर निगम के तीनों महापौर सोमवार को मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। दोपहर करीब 12 बजे दिल्ली के तीनों महापौर मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे थे। धरने पर बैठे उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जय प्रकाश, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की महापौर अनामिका और पूर्वी दिल्ली के महापौर निर्मल जैन ने मुख्यमंत्री से बकाया 13 हजार करोड़ रुपए निगम को जारी करने की मांग की। महापौर जय प्रकाश ने कहा कि दिल्ली सरकार निगम को बकाया राशि जारी नहीं कर रही है। फंड के अभाव में हम अपने कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दे पा रहे हैं। अनामिका ने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि अपने कर्मचारियों को वेतन दिलवाए और जब तक हमें वेतन के लिए फंड नहीं मिलता हम यहीं पर डटे रहेंगे। निर्मल जैन ने कहा कि तीनों निगम आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं , अपने कर्मचारियों के वेतन का भुगतान भी नहीं कर पा रहें हैं। देर रात स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन धरना स्थल जाकर बकाया भुगतान दस दिन में करने का आश्वासन दिया तब धरना खत्म हुआ। महापौरों के साथ बैठक में कोई नहीं आया: जैन दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि डॉक्टरों के वेतन के मुद्दे पर भाजपा राजनीति कर रही है। मैंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आदेशानुसार वेतन मुद्दे पर बातचीत के लिए एमसीडी के तीनों महापौरों को दोपहर दो बजे मिलने का समय दिया था, लेकिन पूरा दिन गुजर जाने के बाद भी कोई मिलने नहीं आया। तीनों एमसीडी का बकाया फंड महापौर ने बताया कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम का 2,985 करोड़ रुपए तो पहले से ही बकाया है और वर्तमान दो तिमाही का 956 करोड़ रुपए का बकाया है, जिसका भुगतान दिल्ली सरकार नहीं कर रही है। इसके अलावा नार्थ एमसीडी का 1024 करोड़ रुपए बकाया है जबकि साउथ एमसीडी का 427 करोड़ रुपए बकाया है। यह केवल एक साल का बकाया है। एमसीडी का सारा पैसा भ्रष्टाचार में हो जाता है खत्म सत्येंद्र जैन ने कहा कि एमसीडी ने पूरी दिल्ली में होर्डिंग्स और पोस्टर्स लगाए हुए है और इन सब पर मोटा पैसे खर्च करती है। एमसीडी में फैले भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मंत्री ने कहा कि एमसीडी के अंदर बहुत ज्यादा भ्रष्टाचार है, इनके पास जितना भी पैसा हो, सारा भ्रष्टाचार में खत्म हो जाता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today निगम का बकाया 13 हजार करोड़ रुपए जारी करने की मांग

दिल्ली नगर निगम के तीनों महापौर सोमवार को मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। दोपहर करीब 12 बजे दिल्ली के तीनों महापौर मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे थे। धरने पर बैठे उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जय प्रकाश, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की महापौर अनामिका और पूर्वी दिल्ली के महापौर निर्मल जैन ने मुख्यमंत्री से बकाया 13 हजार करोड़ रुपए निगम को जारी करने की मांग की।

महापौर जय प्रकाश ने कहा कि दिल्ली सरकार निगम को बकाया राशि जारी नहीं कर रही है। फंड के अभाव में हम अपने कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दे पा रहे हैं। अनामिका ने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि अपने कर्मचारियों को वेतन दिलवाए और जब तक हमें वेतन के लिए फंड नहीं मिलता हम यहीं पर डटे रहेंगे।

निर्मल जैन ने कहा कि तीनों निगम आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं , अपने कर्मचारियों के वेतन का भुगतान भी नहीं कर पा रहें हैं। देर रात स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन धरना स्थल जाकर बकाया भुगतान दस दिन में करने का आश्वासन दिया तब धरना खत्म हुआ।

महापौरों के साथ बैठक में कोई नहीं आया: जैन
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि डॉक्टरों के वेतन के मुद्दे पर भाजपा राजनीति कर रही है। मैंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आदेशानुसार वेतन मुद्दे पर बातचीत के लिए एमसीडी के तीनों महापौरों को दोपहर दो बजे मिलने का समय दिया था, लेकिन पूरा दिन गुजर जाने के बाद भी कोई मिलने नहीं आया।

तीनों एमसीडी का बकाया फंड
महापौर ने बताया कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम का 2,985 करोड़ रुपए तो पहले से ही बकाया है और वर्तमान दो तिमाही का 956 करोड़ रुपए का बकाया है, जिसका भुगतान दिल्ली सरकार नहीं कर रही है। इसके अलावा नार्थ एमसीडी का 1024 करोड़ रुपए बकाया है जबकि साउथ एमसीडी का 427 करोड़ रुपए बकाया है। यह केवल एक साल का बकाया है।

एमसीडी का सारा पैसा भ्रष्टाचार में हो जाता है खत्म

सत्येंद्र जैन ने कहा कि एमसीडी ने पूरी दिल्ली में होर्डिंग्स और पोस्टर्स लगाए हुए है और इन सब पर मोटा पैसे खर्च करती है। एमसीडी में फैले भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मंत्री ने कहा कि एमसीडी के अंदर बहुत ज्यादा भ्रष्टाचार है, इनके पास जितना भी पैसा हो, सारा भ्रष्टाचार में खत्म हो जाता है।



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निगम का बकाया 13 हजार करोड़ रुपए जारी करने की मांग


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