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किसानों के प्रदर्शन में भीड़ बढ़ाने के लिए दिहाड़ी देकर बुलाए जा रहे मजदूर? जानें सच क्या हो रहा है वायरल : सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि किसानों के प्रदर्शन में भीड़ बढ़ाने के लिए लोगों को पैसे देकर बुलाया जा रहा है। एक वीडियो वायरल हो रहा है, इसमें कुछ लोग ये कहते भी दिख रहे हैं कि उन्हें आने के लिए पैसे दिए गए हैं। वीडियो के साथ शेयर किए जा रहे मैसेज में दावा है कि वीडियो किसानों के प्रदर्शन का ही है। @AamAadmiParty की जिहादी मानसिकता की ग्राउंड रिपोर्ट यह है, इसे आप देखिए और समझिए #किसान_आंदोलन की सच्चाई क्या हैं। 👇 👇#मोदी_किसानो_की_शान #मोदी_संग_किसान pic.twitter.com/UtGo9b7f7z — कृष्ण कुमार गुड्डू सिंह (सावरकर) (@krishna94539696) December 3, 2020 और सच क्या है? दिल्ली की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन से जुड़ी किसी मीडिया रिपोर्ट में हमें वह वीडियो नहीं मिला, जो सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। Invid के वी-वेरिफाई टूल के जरिए हमने वीडियो को पहले की-फ्रेम्स में बांटा। इसके बाद एक-एक फ्रेम को गूगल पर रिवर्स सर्च कर हकीकत जांचनी शुरू की। 31 जनवरी की एक सोशल मीडिया पोस्ट में भी हमें यही वीडियो मिला। जिससे ये साफ हो गया कि वीडियो कम से कम 11 महीने पुराना है और हाल में चल रहे किसानों के प्रदर्शन से इस वीडियो का कोई संबंध नहीं है। दावे से जुड़े की-वर्ड्स को गूगल सर्च करने से हमें 2 साल पुरानी कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इसी वीडियो के स्क्रीनशॉट मिले। जिनसे पता चलता है कि ये मामला 2 साल पुराना है। हरियाणा के हिसार में 2 साल पहले आम आदमी पार्टी की चुनावी रैली थी। इस रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी पहुंचे थे। रैली के बाद एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें सामने आया था कि कुछ मजदूरों को दिहाड़ी का वादा कर रैली में बुलाया गया। जाहिर है मामला 2 साल पुराना है। न्यूज एजेंसी ANI ने भी मार्च 2018 में एक वीडियो जारी किया था। जिसमें कुछ मजदूर आम आदमी पार्टी पर दिहाड़ी का लालच देकर रैली में बुलाने का आरोप लगा रहे हैं। #WATCH Labourers allege that they were promised Rs 350 each and food, to be present at Aam Aadmi Party chief Arvind Kejriwal's public rally in Haryana's Hisar yesterday but they neither got money nor food. pic.twitter.com/Qw9IJhp34w — ANI (@ANI) March 26, 2018 साफ है कि 2 साल पुराने वीडियो को सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें Farmers Protest। Farmer came for money in protest

क्या हो रहा है वायरल : सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि किसानों के प्रदर्शन में भीड़ बढ़ाने के लिए लोगों को पैसे देकर बुलाया जा रहा है। एक वीडियो वायरल हो रहा है, इसमें कुछ लोग ये कहते भी दिख रहे हैं कि उन्हें आने के लिए पैसे दिए गए हैं।

वीडियो के साथ शेयर किए जा रहे मैसेज में दावा है कि वीडियो किसानों के प्रदर्शन का ही है।

और सच क्या है?

  • दिल्ली की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन से जुड़ी किसी मीडिया रिपोर्ट में हमें वह वीडियो नहीं मिला, जो सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है।
  • Invid के वी-वेरिफाई टूल के जरिए हमने वीडियो को पहले की-फ्रेम्स में बांटा। इसके बाद एक-एक फ्रेम को गूगल पर रिवर्स सर्च कर हकीकत जांचनी शुरू की।
  • 31 जनवरी की एक सोशल मीडिया पोस्ट में भी हमें यही वीडियो मिला। जिससे ये साफ हो गया कि वीडियो कम से कम 11 महीने पुराना है और हाल में चल रहे किसानों के प्रदर्शन से इस वीडियो का कोई संबंध नहीं है।

  • दावे से जुड़े की-वर्ड्स को गूगल सर्च करने से हमें 2 साल पुरानी कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इसी वीडियो के स्क्रीनशॉट मिले। जिनसे पता चलता है कि ये मामला 2 साल पुराना है।
  • हरियाणा के हिसार में 2 साल पहले आम आदमी पार्टी की चुनावी रैली थी। इस रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी पहुंचे थे। रैली के बाद एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें सामने आया था कि कुछ मजदूरों को दिहाड़ी का वादा कर रैली में बुलाया गया। जाहिर है मामला 2 साल पुराना है।
  • न्यूज एजेंसी ANI ने भी मार्च 2018 में एक वीडियो जारी किया था। जिसमें कुछ मजदूर आम आदमी पार्टी पर दिहाड़ी का लालच देकर रैली में बुलाने का आरोप लगा रहे हैं।
  • साफ है कि 2 साल पुराने वीडियो को सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।


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Farmers Protest। Farmer came for money in protest


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